युवाओं की अहमियत, नए मतदाताओं का रुझान चुनावी परिणामों को प्रभावित कर सकता है

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10/8/20241 मिनट पढ़ें

युवाओं की अहमियत, नए मतदाताओं का रुझान चुनावी परिणामों को प्रभावित कर सकता है

हरियाणा चुनाव 2024 में इस बार नए और युवा मतदाताओं की अहमियत बहुत बढ़ गई है। राज्य में लाखों नए युवा मतदाता पहली बार मतदान कर रहे हैं, और उनके रुझान ने बड़े राजनीतिक दलों को नए चुनावी समीकरण तैयार करने पर मजबूर कर दिया है।

युवा मतदाताओं का रुझान

युवा मतदाताओं का रुझान किसी भी चुनाव में निर्णायक साबित हो सकता है, और इस बार भी ऐसा ही देखने को मिल रहा है। एग्जिट पोल के अनुसार, हरियाणा के युवा मतदाताओं का झुकाव मुख्य रूप से बेरोज़गारी, शिक्षा और रोजगार के अवसरों की ओर है। भाजपा और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने अपने चुनावी वादों में युवाओं के लिए रोजगार, स्टार्टअप्स और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार की योजनाओं को शामिल किया है।

भाजपा की रणनीति

भाजपा ने अपने प्रचार अभियान में विकास, डिजिटलीकरण, और स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने की योजनाओं पर जोर दिया है। खासकर युवा मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए भाजपा ने विभिन्न रोजगार योजनाओं की घोषणा की है, जिससे राज्य में बेरोज़गारी की समस्या को दूर किया जा सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपने चुनावी रैलियों में युवाओं को रोजगार देने और उनके सपनों को साकार करने का वादा किया है।

कांग्रेस की रणनीति

कांग्रेस ने भी बेरोज़गारी और शिक्षा के मुद्दों को अपने चुनावी एजेंडे में प्राथमिकता दी है। कांग्रेस ने वादा किया है कि वह सत्ता में आने पर युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करेगी और सरकारी नौकरियों की रिक्तियों को भरने की प्रक्रिया को तेज करेगी। पार्टी ने यह भी कहा है कि वह राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए नई योजनाएं लागू करेगी।

युवाओं का प्रभाव

युवा मतदाताओं का यह चुनाव में प्रभावी भूमिका निभाने की संभावना है। हरियाणा में बेरोज़गारी एक प्रमुख मुद्दा रही है, और युवा मतदाता इस बार उन दलों को चुन सकते हैं जो इस समस्या का समाधान निकालने का वादा कर रहे हैं।

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