जजपा की भूमिका अहम: एग्जिट पोल में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं
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जजपा की भूमिका अहम: एग्जिट पोल में किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं
हरियाणा चुनाव 2024 के एग्जिट पोल में एक बड़ा संकेत यह भी है कि राज्य में जजपा की भूमिका अहम हो सकती है। भाजपा और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर के बीच जजपा और इनेलो जैसी क्षेत्रीय पार्टियों का समर्थन सरकार बनाने में निर्णायक साबित हो सकता है।
जजपा, जो पिछली बार भाजपा के साथ गठबंधन में थी, इस बार अकेले चुनाव लड़ रही है। एग्जिट पोल के अनुसार, जजपा को 8-10 सीटें मिल सकती हैं, जो कि सरकार बनाने या गिराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। पार्टी के नेता दुष्यंत चौटाला ने इस बार किसानों, युवाओं और जाट वोट बैंक को ध्यान में रखते हुए प्रचार किया है।
भाजपा के लिए समर्थन की खोज
अगर भाजपा को बहुमत से कुछ सीटें कम मिलती हैं, तो जजपा का समर्थन उसकी सरकार बनाने में अहम भूमिका निभा सकता है। भाजपा के पास पहले से ही जजपा के साथ गठबंधन का अनुभव है, इसलिए वह फिर से गठबंधन के विकल्प पर विचार कर सकती है। हालांकि, इस बार जजपा स्वतंत्र चुनाव लड़ रही है और उसने कई मुद्दों पर भाजपा की आलोचना भी की है।
कांग्रेस की संभावनाएँ
कांग्रेस भी जजपा के समर्थन के लिए कोशिश कर सकती है। कांग्रेस का ग्रामीण इलाकों में अच्छा प्रदर्शन दिख रहा है, लेकिन सरकार बनाने के लिए उसे जजपा या इनेलो जैसे दलों का समर्थन जरूरी हो सकता है। कांग्रेस ने इस बार किसानों के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया है, जिससे जजपा के साथ उसकी संभावित बातचीत आसान हो सकती है।
इनेलो की स्थिति
इनेलो भी कुछ सीटें जीत सकती है, लेकिन उसकी स्थिति जजपा की तुलना में कमजोर नजर आ रही है। इनेलो को जाट और अन्य ग्रामीण वोटरों का समर्थन मिल सकता है, लेकिन एग्जिट पोल के अनुसार, उसकी भूमिका सीमित रहेगी।